ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।
उस प्राण स्वरुप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अंतरात्मा में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।

Sunday 3 February, 2013

आत्मविश्वास जागृत करो

जब निराशा और असफलता को अपने चारों और मंडराते देखो तो समझो की तुम्हारा चित्त स्थिर नहीं, तुम अपने ऊपर विशवास नहीं करते।

वर्तमान दशा से छुटकारा नहीं हो सकता जब तक की अपने पुराने सड़े-गले विचारों को बदल न डालो। जब तक यह विश्वास न हो जाये की तुम अपने अनुकूल चाहे जैसी अवस्था निर्माण कर सकते हो तब तक तुम्हारे पैर उन्नति की और बढ़ नहीं सकते। अगर आगे भी न संभालोगे तो हो सकता है की दिव्य तेज किसी दिन बिलकुल ही क्षीण हो जाये। यदि तुम अपनी वर्तमान अप्रिय अवस्था से छुटकारा पाना चाहते हो तो अपनी मानसिक निर्बलता को दूर भगाओ। अपने अन्दर आत्मविश्वास जागृत करो।

 - पं श्रीराम शर्मा 'आचार्य'
हारिये न हिम्मत, पृष्ठ 25 से उधृत

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